NCTE New Teacher Course: शिक्षक कोर्स करने की सोच रहे छात्रों के लिए यह खबर काफी महत्वपूर्ण है अगले साल से शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है कुछ पुराने कोर्स बंद किए जाएंगे और इसकी जगह नए कोर्स लांच होने वाले हैं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम के साथ-साथ बीएड और M.Ed में नामांकन की प्रक्रिया बदलने वाली है अब राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा आयोजित कराई जाएगी जिसके माध्यम से शिक्षक कोर्स में प्रवेश मिल सकेगा। जिसके लिए एनसीटीई ने राज्य सरकारों के साथ-साथ विश्वविद्यालय से भी सुझाव मांगे हैं भारत में शिक्षक बनने के लिए 12वीं ग्रेजुएशन के बाद बीएड या बीटीसी कोर्स करना होता है जिसे बेसिक ट्रेनिंग कोर्स कहा जाता है।
शिक्षक बनने के लिए बीएड और डीएलएड में क्या है अंतर?
शिक्षक बनने के लिए टीचर ट्रेनिंग हेतु बीटीसी की तुलना में डीएलएड ज्यादा डिटेल्स डिप्लोमा लेवल का कोर्स कहा जाता है बीटीसी प्रारंभिक स्तर के लिए नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन द्वारा मान्यता प्राप्त 2 साल का कोर्स है जबकि बैचलर इन एजुकेशन या B.Ed 2 साल का टीचर ट्रेनिंग डिग्री कोर्स है B.ed योग मीनार प्राइमरी टीचर की नौकरी के लिए पत्र नहीं होंगे लेकिन बेड एक डिग्री है जबकि बीटीसी एक डिप्लोमा कोर्स है BA की डिग्री के बाद B.Ed 2 साल डिग्री कोर्स कर सकते हैं इसके साथ ही बीए बीएड बीएससी बीएड आदि करने के लिए भी विकल्प मौजूद रहते हैं जो की 5 साल का होता है इसके लिए ग्रेजुएशन में 50% अंक होने चाहिए।
अब B.Ed डीएलएड कोर्स मान्य नहीं बल्कि ITEP से बनेंगे शिक्षक
उत्तर प्रदेश शाहिद विभिन्न राज्यों में B.ed और डीएलएड कोर्स संचालित किए जाते हैं शिक्षक बनने के लिए अलग-अलग विकल्प मौजूद है हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सरकारी स्कूलों में प्राइमरी टीचर बनने के लिए बीएड कोर्स मान्य नहीं होगा अब शिक्षक बनने के लिए बीएड की जगह इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) कोर्स डिजाइन किया जा चुका है नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने इस इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम का नाम (ITEP) दिया है इस 4 साल के कोर्स के जरिए ही अब शिक्षक बन सकते हैं यह कोर्स योग्यता में शामिल किया जाएगा।
12वीं पास कर सकते हैं यह नया टीचर कोर्स
इस कोर्स के लागू होने के बाद उम्मीदवार जो 12वीं पास कर चुके हैं वे सभी नया टीचर कोर्स (ITEP) कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार विद्यालयों में प्राइमरी शिक्षक बनने की योग्यता हासिल कर लेंगे जानकारी के लिए बता दें अब आने वाले समय में 4 वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) को अनिवार्य डिग्री करने की तैयारी की जा रही है साल 2030 से 4 वर्षीय बीएड या आईटीपी (ITEP) डिग्री कोर्स ही मान्य होगा। बाकी सभी शिक्षक कोर्स बंद कर दिए जाएंगे।
आर्ट फिजिकल एजुकेशन और योग में भी कर सकेंगे नया कोर्स
4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम अलग-अलग पाठ्यक्रम में संचालित किए जाएंगे एक आईटीईपी सामान्य पाठ्यक्रम होगा नामांकन के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास निर्धारित की जाएगी इसके अतिरिक्त अभ्यर्थी ITEP आर्ट एजुकेशन, ITEP संस्कृत एजुकेशन, ITEP योग एजुकेशन आदि शिक्षक कोर्स भी कर सकते हैं यह सभी विकल्प मौजूद रहेंगे इसके।